उड़ान पवनपुत्र की, जलन बुद्धिवादी और नव – बौद्धों की : क्या कहता है विज्ञान ?
🔱 प्रस्तावना: हनुमान चालीसा और मूल ग्रंथों में प्रमाण “जुग सहस्र जोजन पर भानु।लील्यो ताहि मधुर फल जानु।।“ इस चौपाई को कौन नहीं जानता? हर बच्चे से लेकर बुज़ुर्ग तक, जिसने कभी हनुमान चालीसा पढ़ी है, वह इस प्रसंग से परिचित है — बाल हनुमान सूर्य को फल समझकर निगलने उड़ चले थे। यह प्रसंग […]
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